Saturday, May 31, 2014

तुम्हारा नाम लिखा है

तेरे दीवाने ने तेरा मुहब्बत नाम रखा है
मेरा दिल चीर कर देखो तुम्हारा नाम लिखा है
तेरी दीवानी ने तेरा चाहत नाम रखा है
मेरा दिल चीर कर देखो तुम्हारा नाम लिखा है

गजब का रंग लायी है सनम दीवानगी मेरी
यहाँ तक खींच लायी है तुझे ये आशिकी मेरी
कसम है प्यार की मुझको वफ़ा मैंने न निभाई है
तेरे ही नाम की मेंहदी इन हाथों में रचाई है
मेरी चाहत ने ये पहला तुझे सलाम लिखा है

कभी पूछा नहीं तूने ये मुझसे तू मेरा क्या है
अगर पूछे तो मैं कह दूँ मुहब्बत का मसीहा है
तुम्हें चाहा है इतना खुद को चाहा नहीं मैंने
इसका अंजाम क्या होगा कभी सोचा नहीं मैंने
तेरे हाथों में जानेमन मेरा अंजाम लिखा है
मेरा दिल चीरकर देखो तुम्हार नाम लिखा है

- नमालूम
07.09.99